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    अगर आप इंटरनेट बैंकिंग करते हैं तो आपको NEFT के बारे में जरूर पता होगा। NEFT का मतलब है नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर। यह एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है जिसके द्वारा आप अपने बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।

    पहले, लोग पैसे का लेन-देन केवल हाथों से करते थे। लेकिन जब से बैंकों का उदय हुआ, लोग पैसे को सुरक्षित रखने के लिए बैंकों का इस्तेमाल करने लगे। फिर, लोगों के बीच पैसे का लेन-देन बढ़ने लगा और अब लोग बैंक जाने के बिना भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसका कारण यह है कि इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से बैंकिंग कार्य आसानी से किए जा सकते हैं।

    इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से, आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को घर बैठे ही पैसे भेज सकते हैं। ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के तीन तरीके हैं: NEFT, RTGS और IMPS। इनमें से, आज हम NEFT के बारे में विस्तार से जानेंगे।

    NEFT क्या है?

    • NEFT का मतलब है नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर। यह एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है जिसके द्वारा आप अपने बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। NEFT का कार्यभार भारतीय रिजर्व बैंक के अंतर्गत काम करने वाले इंस्टिट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी (IDBRT) को सौंपा गया है।
    • NEFT की शुरुआत नवंबर 2005 में हुई थी। भारत में जितने बैंक NEFT enabled हैं, उनके खाताधारक इस सुविधा का इस्तेमाल करके पैसों का ट्रांसफर बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। इसमें इलेक्ट्रॉनिक संदेशों का उपयोग किया जाता है। RTGS के विपरीत, NEFT में फंड ट्रांसफर रियल टाइम के आधार पर नहीं होता है।
    • NEFT साप्ताहिक दिनों में सुबह 8 बजे से शाम 7:30 बजे के बीच 23 सेटलमेंट में काम करती है। हर आधे घंटे के बैच के रूप में इसमें फंड ट्रांसफर किया जाता है। महीने के 1, 3 और 5वें शनिवार को भी यह सेवा उपलब्ध होती है।
    • अगर इस समय के बाहर किसी समय में कोई फंड ट्रांसफर शुरू किया जाता है, तो उस समय ट्रांसफर नहीं होता है, लेकिन अगले ओपनिंग सेटलमेंट समय में यह फंड ट्रांसफर पूरा हो जाता है। महीने के दूसरे और चौथे शनिवार के अलावा रविवार और त्योहारों के दिनों में फंड ट्रांसफर नहीं किया जाता है।
    • NEFT की सुविधा पूरे देश में 101 बैंकों के 82500 शाखाओं में से 74600 शाखाओं में उपलब्ध है। इसके अलावा, जो बैंक इस सुविधा से लैस हैं, उनमें ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से उनके वेबसाइट में भी यह सेवा काम करती है।
    • NEFT काफी लोकप्रिय सेवा है। इसका मुख्य कारण यह है कि यह समय की बचत करती है और इसमें फंड ट्रांसफर करना आसान है। 2008 में जितने भी इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर किए गए थे, उनमें से 42% इसी सेवा द्वारा किए गए थे।

    NEFT कैसे काम करता है?

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    मैं यहाँ आपको NEFT से फंड ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को स्टेप-बाय-स्टेप बताने जा रहा हूँ। इससे आप इस प्रक्रिया को आसानी से समझ पाएंगे।
    NEFT की सुविधा दो तरीकों से दी जाती है: ऑनलाइन और ऑफलाइन। ऑफलाइन सुविधा कुछ बैंकों द्वारा ATM के माध्यम से भी प्रदान की जाती है।

    ऑनलाइन सुविधा के लिए:

    • आपको अपने बैंक खाते में ऑनलाइन बैंकिंग सुविधा को सक्रिय करना होगा।
    • इसके लिए आपको लाभार्थी की जानकारी देनी होगी, जिसमें नाम, पता, बैंक का नाम, शाखा का नाम, IFSC कोड, खाता प्रकार, और खाता संख्या शामिल हैं।
    • बैंक आपकी दी गई जानकारी को एक मैसेज के रूप में तैयार करता है और उसे NEFT सर्विस सेंटर (pooling centre) भेजता है।

    NEFT सर्विस सेंटर:

    1. NEFT सर्विस सेंटर उस मैसेज को NEFT क्लियरिंग सेंटर (clearing centre) भेजता है।
    2. NEFT क्लियरिंग सेंटर सभी फंड्स को लाभार्थी बैंक के अनुसार छांटता है।
    3. सभी मूल बैंकों से फंड प्राप्त करने के बाद, NEFT क्लियरिंग सेंटर लाभार्थी बैंक को भेजने के लिए प्राप्ति प्रविष्टियों (receiving entries) को तैयार करता है।

    NEFT क्लियरिंग सेंटर:

    NEFT क्लियरिंग सेंटर एक-एक करके सभी लाभार्थी बैंकों को मैसेज को अग्रेषित करता है।

    लाभार्थी बैंक:

    सभी लाभार्थी बैंक NEFT क्लियरिंग सेंटर से मैसेज प्राप्त करते हैं और पैसे को लाभार्थी के खाते में जमा कर देते हैं।

    NEFT के फायदे

    NEFT एक बहुत ही सुरक्षित और सुविधाजनक तरीका है पैसे ट्रांसफर करने का। इससे आप अपने दोस्तों, परिवार, या बिज़नेस पार्टनर को पैसे भेज सकते हैं। NEFT के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:

    • सुरक्षा: NEFT एक सुरक्षित तरीका है पैसे ट्रांसफर करने का। इसमें आपके पैसे पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं।
    • कम शुल्क: NEFT का शुल्क बहुत कम होता है। इससे आप बिना ज्यादा खर्च किए पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
    • तेज़ी: NEFT से पैसे ट्रांसफर बहुत जल्दी होता है। आपके पैसे 24 घंटे के भीतर लाभार्थी के खाते में पहुंच जाते हैं।
    • विश्वसनीयता: NEFT एक विश्वसनीय तरीका है पैसे ट्रांसफर करने का। यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संचालित किया जाता है।

    NEFT के नुकसान

    NEFT एक बहुत ही सुविधाजनक तरीका है पैसे ट्रांसफर करने का, लेकिन इसमें कुछ नुकसान भी हैं। NEFT के नुकसान निम्नलिखित हैं:

    • तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता: NEFT का उपयोग करने के लिए आपको कंप्यूटर और इंटरनेट का ज्ञान होना आवश्यक है। भारत में अभी भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग नहीं करते हैं। इसलिए, NEFT का उपयोग सभी के लिए संभव नहीं है।
    • सुरक्षा का डर: पहले के समय में ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करना सुरक्षित नहीं था। लोगों को यह डर था कि कोई उनके बैंक खाते में घुसकर पैसे चुरा लेगा। हालांकि, अब ऑनलाइन बैंकिंग बहुत सुरक्षित हो गई है, लेकिन अभी भी कुछ लोगों को इसकी सुरक्षा पर डर रहता है।

    इस पोस्ट में आपने जाना कि NEFT क्या है, कैसे काम करता है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं। NEFT एक सुरक्षित और सुविधाजनक तरीका है पैसे ट्रांसफर करने का। इससे आप अपने दोस्तों, परिवार, या बिज़नेस पार्टनर को पैसे भेज सकते हैं।

    आज बैंकिंग बहुत विकसित हो चुकी है। कई सारे विकल्प उपलब्ध हैं जिनसे आप पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी विकल्प चुन सकते हैं।

    और पढ़ें: ट्विटर क्या है? इसके फायदे और नुकसान

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